निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए : 5×1=5 Marks
उन्नीसवीं सदी में एक प्रसिद्ध फ्रांसीसी मनोचिकित्सक हुए एमिल कुए। उन्होंने आत्म-सम्मोहन के आधार पर स्वास्थ्य लाभ की एक नई विधि की खोज की थी जो खूब चर्चित हुई। उनका सूत्र था - 'दिन-ब-दिन मैं बेहतर, और बेहतर होता जा रहा हूँ।' यह एक प्रयोग था जो ध्यान के नियम पर आधारित था । कुए ने हज़ारों लोगों को इस वाक्य को बार-बार दोहराने के लिए कहकर ठीक किया। जब भी किसी विचार पर ध्यान केंद्रित किया जाता है तो यह स्वतः उसे जीवंत बना देता है। विचार इतना प्रभावशाली होता है कि शरीर उसका अनुसरण करता है और वही भाव महसूस करने लगता है।
विचार और शरीर बहुत गहराई से जुड़े हैं। अधिकांश लोग दुःख में जीते हैं या बीमारी को आश्रय देते हैं, क्योंकि उन्होंने अपने प्रति निराशावादी रवैया विकसित कर लिया है। हमारा अचेतन मन जो कुल मन का 90 प्रतिशत हिस्सा होता है, हमारे विचारों को साकार करता है। यदि हम स्वस्थ विचारों की खेती करेंगे, तो सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करेगा और यदि हम नकारात्मकता से भरे रहेंगे, तो बीमारी पैदा करके वह हमारा समर्थन करेगा। एक बार जब इसे पूरी तरह से समझ लिया जाता है तो हम शरीर व मन में स्वस्थ तरंगें पैदा करके अपनी बीमारियों को काफ़ी हद तक ठीक कर सकते हैं।
जब शारीरिक और मानसिक घाव भर जाते हैं, तब व्यक्ति स्वस्थ रहता है। कई बीमारियों शारीरिक से अधिक मानसिक होती हैं। लोग आस-पास की दवा की दुकान से दवाएँ तो खरीदते हैं पर स्वास्थ्य क्लब में जाकर स्वस्थ रहने की कला नहीं सीखते। लोग बीमारी में निवेश करते हैं, स्वास्थ्य में नहीं। स्वास्थ्य को आदत बनाना चाहिए।
(i) 'हम स्वस्थ विचारों की खेती करेंगे तो मन सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करेगा।'- पंक्ति का आशय है -
- (A) स्वस्थ मन से खेती करने पर अच्छी फसल होगी ।
- (B) स्वस्थ मन से काम करने पर सफलता प्राप्त होगी।
- (C) स्वस्थ शरीर के लिए स्वस्थ मन आवश्यक है।
- (D) स्वस्थ विचार ही शरीर को स्वस्थ रखते हैं।
उत्तर: (D) स्वस्थ विचार ही शरीर को स्वस्थ रखते हैं।
व्याख्या: यह वाक्य बताता है कि स्वस्थ विचारों से ही हमारे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है और शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है।
(ii) इस गद्यांश के अनुसार, नकारात्मक विचार जन्म देते हैं-
- (A) उदासी
- (B) एकाकीपन
- (C) असफलता
- (D) बीमारी
उत्तर: (D) बीमारी
व्याख्या: गद्यांश में बताया गया है कि नकारात्मक विचार शरीर में बीमारियाँ उत्पन्न करते हैं।
(iii) हमारे विचारों को साकार रूप देने का कार्य किया जाता है -
- (A) मस्तिष्क द्वारा
- (B) चेतन मन द्वारा
- (C) अचेतन मन द्वारा
- (D) कर्मेन्द्रियों द्वारा
उत्तर: (C) अचेतन मन द्वारा
व्याख्या: गद्यांश में उल्लेखित है कि अचेतन मन हमारे विचारों को साकार रूप में परिणत करता है।
(iv) 'लोग बीमारी में निवेश करते हैं, स्वास्थ्य में नहीं' से क्या अभिप्राय है ?
- (A) लोग स्वस्थ रहने से अधिक बीमारी से बचने के तरीके ढूँढ़ते हैं।
- (B) लोग चिकित्सा में पैसा खर्च करते हैं स्वास्थ्य सुधार के तरीकों में नहीं।
- (C) इलाज के लिए अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएँ ढूँढ़ते हैं।
- (D) स्वास्थ्य बीमा न कराके लोग चिकित्सा में निवेश करते हैं।
उत्तर: (B) लोग चिकित्सा में पैसा खर्च करते हैं स्वास्थ्य सुधार के तरीकों में नहीं।
व्याख्या: इसका मतलब है कि लोग बीमारी के इलाज पर अधिक खर्च करते हैं, लेकिन स्वास्थ्य को सुधारने के उपायों पर ध्यान नहीं देते।
(v) निम्नलिखित कथन तथा कारण को ध्यान से पढ़िए तथा सही विकल्प का चयन कर लिखिए :
कथन : वर्तमान समय में लोगों के जीवन में एकाकीपन बढ़ रहा है।
कारण : लोगों ने अपने प्रति निराशावादी रवैया विकसित कर लिया है।
- (A) कथन तथा कारण दोनों गलत हैं।
- (B) कारण सही है, किंतु कथन गलत है।
- (C) कथन सही है, किंतु कारण उसकी गलत व्याख्या करता है।
- (D) कथन तथा कारण दोनों सही हैं तथा कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
उत्तर: (D) कथन तथा कारण दोनों सही हैं तथा कारण कथन की सही व्याख्या करता है।
व्याख्या: कथन और कारण दोनों सही हैं, क्योंकि निराशावादी रवैया ही एकाकीपन को बढ़ाता है।