वाक्य
दो या दो से अधिक शब्दों के सार्थक समूह को वाक्य कहते हैं।
"वाक्य पदों का वह व्यवस्थित समूह है, जिसमें पूर्ण अर्थ देने की शक्ति है।"
वाक्य के अंग
एक वाक्य में साधारण रूप से कर्ता और क्रिया का होना आवश्यक है। इस आधार पर वाक्य के दो मुख्य अंग होते हैं:
- उद्देश्य
- विधेय
उद्देश्य या विधेय को मिलाकर ही एक वाक्य पूरा होता है।
उद्देश्य
जिसके बारे में कोई बात कही जाए, उसे उद्देश्य कहते हैं; जैसे:
- रजत घर गया
- आयुष पढ़ रहा है।
यहाँ रजत तथा आयुष के बारे में बात कही जा रही है। अतः ये उद्देश्य हैं। उद्देश्य में कर्ता तथा कर्ता से संबंधित प्रयुक्त किए गए शब्द आते हैं।
विधेय
उद्देश्य के बारे में जो कुछ कहा जाए, उसे विधेय कहा जाता है; जैसे:
- नेहा नाच रही है।
- माँ खाना पका रही है।
यहाँ रेखांकित अंश विधेय है।
वाक्य के प्रकार
रचना के आधार पर वाक्य के प्रकार
- सरल वाक्य: जिस वाक्य में एक ही उद्देश्य और एक ही विधेय हो, उसे सरल वाक्य कहते हैं।
उदाहरण: सिया पढ़ रही है। - संयुक्त वाक्य: जब दो या अधिक सरल वाक्य समुच्चय बोधक शब्दों (और, या, किन्तु) द्वारा जुड़े हों, तब संयुक्त वाक्य बनता है।
उदाहरण: सिया पढ़ रही है और गीता लिख रही है। - मिश्रित वाक्य: जिस वाक्य में एक प्रधान वाक्य और एक या अधिक आश्रित उपवाक्य होते हैं, उसे मिश्रित वाक्य कहते हैं।
उदाहरण: सिया स्कूल नहीं जा सकी क्योंकि वह बीमार थी।
अर्थ के आधार पर वाक्य के प्रकार
- विधानवाचक वाक्य: जिन वाक्यों में किसी बात या कार्य के होने या करने का बोध होता है। उदाहरण: सूरज पूर्व से उगता है।
- निषेधवाचक वाक्य: जिन वाक्यों में किसी बात या कार्य के न होने का भाव प्रकट होता है। उदाहरण: वह स्कूल नहीं गया।
- प्रश्नवाचक वाक्य: जिन वाक्यों में प्रश्न पूछा जाता है। उदाहरण: आपका नाम क्या है?
- आज्ञावाचक वाक्य: जिन वाक्यों में आज्ञा, निवेदन, प्रार्थना या उपदेश होता है। उदाहरण: कृपया दरवाजा बंद करें।
- विस्मयादिबोधक वाक्य: जिन वाक्यों में हर्ष, शोक, विस्मय आदि की भावना प्रकट होती है। उदाहरण: वाह! क्या सुंदर दृश्य है।
- इच्छावाचक वाक्य: जिन वाक्यों में किसी की इच्छा, आकांक्षा या आशीर्वाद प्रकट होता है। उदाहरण: ईश्वर तुम्हारी रक्षा करे।
- संदेहवाचक वाक्य: जिन वाक्यों में किसी कार्य या बात के होने में संदेह प्रकट होता है। उदाहरण: शायद वह आ रहा होगा।
- संकेतवाचक वाक्य: जिन वाक्यों में एक कार्य का होना या न होना दूसरे कार्य पर निर्भर करता है। उदाहरण: यदि बारिश होगी तो हम घर पर रहेंगे।
उपवाक्य
वाक्य की सबसे छोटी इकाई उपवाक्य है। ये अपने आप में पूर्ण नहीं होते। दूसरे (प्रधान) उपवाक्य का आश्रय लेकर ही पूर्ण अर्थ देते हैं; जैसे:
- संज्ञा उपवाक्य – मैंने देखा कि वह पढ़ रहा है।
- विशेषण उपवाक्य – मैं उसे जानती हूँ जो दौड़ में जीती थी।
- क्रियाविशेषण – मैं वहीं रहती हूँ जहाँ तुम रहते हो।
उपवाक्य के भेद
उपवाक्य के मुख्यतः दो भेद होते हैं:
- प्रधान उपवाक्य
- आश्रित उपवाक्य
1. प्रधान उपवाक्य
प्रधान उपवाक्य वह वाक्यांश होता है जो स्वतंत्र रूप से पूर्ण अर्थ देता है और अपने आप में संपूर्ण होता है। इसे "Main Clause" कहा जाता है।
उदाहरण:
- रमेश खेल रहा था, जब बारिश शुरू हुई।
"रमेश खेल रहा था" प्रधान उपवाक्य है क्योंकि यह स्वतंत्र रूप से पूर्ण अर्थ देता है।
2. आश्रित उपवाक्य
आश्रित उपवाक्य वह वाक्यांश होता है जो स्वतंत्र रूप से पूर्ण अर्थ नहीं देता और अपने अर्थ के लिए प्रधान उपवाक्य पर निर्भर रहता है। इसे "Subordinate Clause" कहा जाता है।
उदाहरण:
- रमेश खेल रहा था, जब बारिश शुरू हुई।
"जब बारिश शुरू हुई" आश्रित उपवाक्य है क्योंकि यह प्रधान उपवाक्य "रमेश खेल रहा था" पर निर्भर है।
प्रधान उपवाक्य और आश्रित उपवाक्य के उदाहरण
प्रधान उपवाक्य:
- शेखर पढ़ रहा है क्योंकि उसे परीक्षा देनी है।
"शेखर पढ़ रहा है" प्रधान उपवाक्य है।
आश्रित उपवाक्य:
- शेखर पढ़ रहा है क्योंकि उसे परीक्षा देनी है।
"क्योंकि उसे परीक्षा देनी है" आश्रित उपवाक्य है।
प्रधान उपवाक्य और आश्रित उपवाक्य के बीच संबंध
प्रधान उपवाक्य और आश्रित उपवाक्य के बीच एक ऐसा संबंध होता है जिससे पूरा वाक्य एक पूर्ण और स्पष्ट अर्थ देता है। आश्रित उपवाक्य प्रधान उपवाक्य के कुछ हिस्से की विस्तृत जानकारी प्रदान करता है, जैसे कारण, समय, स्थान, शर्त आदि।
उदाहरण:
- जब मैं स्कूल गया था, तब मैं उसे मिला।
"जब मैं स्कूल गया था" - आश्रित उपवाक्य
"तब मैं उसे मिला" - प्रधान उपवाक्य
बहुविकल्पी प्रश्न
-
वाक्य कहलाता है:
- (i) शब्द समूह
- (ii) शब्द समूह जिसका अर्थ स्पष्ट हो
- (iii) वर्ण समूह
- (iv) इनमें कोई नहीं।
-
‘हमें निंदा से बचना चाहिए’ इस वाक्य में विधेय है:
- (i) हमें
- (ii) निंदा से
- (iii) हमें निंदा से
- (iv) निंदा से बचना चाहिए।
-
वाक्य के कितने अंग होते हैं?
- (i) दो
- (ii) तीन
- (iii) चार
- (iv) पाँच।
-
अर्थ के आधार पर वाक्य के कितने भेद हैं?
- (i) छह
- (ii) सात
- (iii) आठ
- (iv) पाँच।
-
‘सूर्य पूर्व दिशा से निकलता है।’ इस वाक्य में विधेय है:
- (i) सूर्य
- (ii) निकलता है।
- (iii) पूर्व दिशा से
- (iv) पूर्व दिशा से
-
‘राधा नाच रही है।’ इस वाक्य में उद्देश्य है:
- (i) नाच
- (ii) राधा
- (iii) रही है।
- (iv) इनमें से कोई नहीं
-
‘आकाश विद्यालय जाता है।’ अर्थ के आधार पर वाक्य भेद बताइए:
- (i) विधानवाचक
- (ii) संयुक्त वाक्य
- (iii) मिश्रित वाक्य
- (iv) इनमें से कोई नहीं
-
‘परिश्रम करोगे तो पास हो जाओगे’ – अर्थ के आधार पर वाक्य भेद बताइए:
- (i) इच्छावाचक
- (ii) संकेतवाचक
- (iii) आज्ञावाचक
- (iv) विस्मयवाचक
Previous Year Questions
रचना के आधार पर वाक्य भेद पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्न
निर्देशानुसार 'रचना के आधार पर वाक्य भेद' पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए : 4x1=4
(i) 'जो शब्द सबसे कम समझ आते हैं, वे दो शब्द हैं सभ्यता और संस्कृति।' इस वाक्य का रचना की दृष्टि से वाक्य-भेद होगा -
(ii) 'आग का आविष्कार जिस आदमी ने किया होगा, वह महान आविष्कर्ता होगा।' इस वाक्य का सरल वाक्य होगा -
(iii) निम्नलिखित वाक्यों में से संयुक्त वाक्य पहचानकर नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाला विकल्प चुनकर लिखिए :
(iv) निम्नलिखित वाक्यों में मिश्र वाक्य का उदाहरण है:
(v) स्तंभ-1 को स्तंभ-2 से सुमेलित कीजिए और सही विकल्प का चयन कर लिखिए:
स्तंभ - 1 | स्तंभ - 2 |
---|---|
जैसे ही मैं वहाँ पहुँचा वह चला गया। | (I) संयुक्त वाक्य |
मैं वहाँ पहुँचा और वह चला गया। | (II) सरल वाक्य |
मेरे वहाँ पहुँचते ही वह चला गया। | (III) मिश्र वाक्य |